उत्तराखंड राज्य पर्वतीय राज्य होने के कारण यहाँ पर आजीविका एवं विकास की संभावनाएं मैदानी क्षेत्रों की अपेक्षा सफल किर्यान्वयन की द्रष्टि से दुष्कर हैं .सामाजिक विकास एवं स्थायी आजीविका सम्बन्धी कार्यों के अतिरिक्त स्वस्थ्य समाज की स्थापना इस राज्य के लिए प्राथमिकता का कार्य होना चाहिए .जिसके लिए पर्शिक्षित समाज कार्यकर्ताओं और दूरदर्शी सरकार की आवश्यकता है.NRHM,USACS,RNPTC,SWJAL, AAJIVIKA,IIE,Govt.Medical Collage जैसे सार्वजानिक क्षेत्रो के साथ साथ N.G.O.s के माध्यम से चलायी जा रही विकास परियोजनाओं में भी कुशल एवं योग्य M.S.W.उपाधिधारकों के नियोजन के लिए स्पष्ट नीति बनाने की आवश्यकता है.जिस काम के लिए MSW उपाधि तर्कसंगत है ,वहाँ MBA(Marketing) को नियोजित करना MSW डिग्री धारकों के साथ अन्याय है.

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